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  • Writer's pictureVD Sharma

कार्यकर्ताओं का संकल्प ही भाजपा की शक्ति..

भारतीय जनता पार्टी के 42वें स्थापना दिवस के अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।


यह आप सभी कार्यकर्ताओं का समर्पण और संकल्प है कि आज भारतीय जनता पार्टी न केवल विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का संचालन कर रही है, अपितु वह विश्व का सबसे बड़ा राजनैतिक दल भी है। यह भारतीय जनता पार्टी और समस्त कार्यकर्ताओं का संकल्प है कि हमने राष्ट्र और संस्कृति के विकास को नया आयाम दिया है। भारतीय जनमानस को औपनिवेशिक मानसिकता से उबारकर स्वत्व और स्वाभिमान के साथ बढ़ने को प्रेरित किया है। चूंकि हमारा उद्देश्य सत्ता का संचालन भर नही हैं। हमारे लिए मात्र सत्ता ही अभिष्ठ नही हैं। भारतीय जनता पार्टी ने सदैव सत्ता को समाज सेवा का माध्यम बनाया है और उसी दिशा में भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता आगे बढ़ रहा है, कार्य कर रहा है।


भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को मुंबई महासागर के आंचल में हुई थी। वह भाजपा की राजनैतिक यात्रा का तीसरा चरण था। इसमें प्रथम अध्यक्ष स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में समस्त देशवासी राष्ट्रभाव के प्रतीक स्वरूप बहुत आशान्वित हुए थे। उसमें यद्यपि काफी विलंब हुआ। बीच में तो यह स्थिति आई कि भाजपा को केवल 2 लोकसभा सीटें मिल पाई। श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उस परिणाम को चुनौती के रूप में लिया। कार्यकर्ताओं को ऊर्जान्वित करते हुए पूर्ण विश्वास के साथ श्रद्धेय अटल जी ने आह्वान किया था हम 2 से 20, 20 से 200 और 200 से पूर्ण बहुमत प्राप्त करेंगे। वर्तमान में वह संकल्प पूरा हुआ। अब भाजपा को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पूर्ण संख्या बल प्राप्त है। यह सब कार्यकर्ताओं के परिश्रम और उनके संकल्प से ही संभव हुआ है।


लगभग 70 वर्ष पहले हमने पहली राजनीतिक यात्रा जनसंघ के रूप में आरंभ की थी। इस प्रथम चरण की शुरुआत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चिंतन से हुई थी। जिन परिस्थितियों में जनसंघ की स्थापना की गई तब देश की स्थिति विकट थी। गांधी जी की हत्या के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अल्पसंख्यक, तुष्टिकरण लाइसेंस परमिट कोटा राज, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषयों में भारतीय हितों की अनदेखी करने के साथ कश्मीर को लेकर गलत निर्णयों से राष्ट्र संकट में था। तब डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने परम पूज्य श्री गुरुजी गोवलकर जी से अनुमति ली और भारत की अखंडता, राष्ट्र की रक्षा और राष्ट्र निर्माण के लिए राजनीतिक दल भारतीय जनसंघ की स्थापना की। कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए उन्होंने नारा दिया 'एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेगा'। अगस्त 1953 में उन्होंने कश्मीर में बिना परमिट के प्रवेश किया, वहां उन्हें न सिर्फ गिरफ्तार किया गया बल्कि 23 जून 1953 को जेल में रहस्यमय परिस्थिति में उनकी मृत्यु घोषित की गई। धारा 370 का विरोध करते हुए अखंड भारत निर्माण के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने बलिदान दिया। अब भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में धारा 370 को हटाकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई है।


वर्ष 1977 में भाजपा की राजनीति का दूसरा चरण जनता पार्टी के घटक के रूप में आरंभ हुआ था और वर्ष 1980 में हमारा यह वर्तमान स्वरूप श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में सामने आया। भारतीय जनता पार्टी के स्वरूप में इन 42 वर्षों में कई उतार-चढ़ाव आये। कभी सत्ता के समीप आये, कभी सत्ता से दूर रहे लेकिन राष्ट्र और संस्कृति की सेवा का हमारा संकल्प और सशक्त हुआ है। यह भाजपा के कुशल नेतृत्व, वरिष्ठ जनों का मार्गदर्शन और कार्यकर्ताओं का संकल्प तथा समर्थन है, जिससे भारत विश्व परिदृश्य में एक अलग और महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचा है। आज भारत जिस स्थान पर पहुंचा है वह भारतीय जनता पार्टी को आधारभूत मार्गदर्शन देने वाले चिंतकों और नेतृत्वकर्ताओं के मार्गदर्शन का परिणाम है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने हमारी राजनीतिक यात्रा के पहले चरण में एकात्म मानव दर्शन के रूप में समाज और राष्ट्र विकास के लिए जो सूत्र दिए थे उन्हीं सूत्रों पर चलकर यह यात्रा यहां तक पहुंची है। जिनका क्रियान्वयन वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया। जिससे भारत अब कृषि के अधिकतम उत्पादन वाले देशों में और उद्योगों की गुणवत्ता में कीर्तिमान बना रहा है। दीनदयाल जी के कृषि दर्शन, दीनदयाल जी का उद्योग दर्शन और दीनदयाल जी के एकात्म मानव दर्शन के भाव से ही भारत पुनः विश्व गुरु बनने की स्थिति में पहुंच रहा है।


यह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का व्यक्तित्व है, माननीय पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी की संगठन क्षमता और भारतीय जनता पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जगत प्रकाश नड्डा जी का प्रयत्न है कि आज भारत विश्व पटल पर वैश्विक नेतृत्व कर रहा है।


आज हम संकल्प लेते हैं कि आने वाले वर्षों में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आह्वान, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के दर्शन और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की भावनाओं के अनुरूप संपूर्ण भारत को एक रूप, एक रस और एक संकल्प सूत्र में पिरोकर विश्व शिखर पर पहुंचाएंगे।


जय हिंद!

जय भारत!

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